वाह रे एसडीएम तेरी मानवता मर गई क्या! जनसुनवाई में पहुची महिला को एसडीएम ने मारा धक्का तो तहसीलदार से जाकर टकराई!

वाह रे एसडीएम तेरी मानवता मर गई क्या! जनसुनवाई में पहुची महिला को एसडीएम ने मारा धक्का तो तहसीलदार से जाकर टकराई!

रतलाम। जिला मुख्यालय पर चल रही जनसुनवाई में एक बार फिर अधिकारियों का दुव्र्यवहार सामने आया है। यहा जनसुनवाई में पहुंची वृद्घ महिला की बात जब सुनी नही गई तो महिला ने हंगामा कर दिया और चिल्ला चोट करने लगी, जिसके बाद शहर एसडीएम ने महिला को ऐसा धक्का मारा कि वह तहसीलदार से टकरा गई। यह पूरा वाक्या जिला मुख्यालय में चल रही जनसुनवाई के दौरान कलेक्टर की मौजूदगी में हुआ। ये नजारा देख जनसुनवाई में पहुंचे आवेदक हक्के बक्के रहे गए और एसडीएम का व्यवहार देख नाराजगी व्यक्त की।


 दरअसलभोई मोहल्ला काजीपुरा निवासी अमरी बाई जलान्द्रिया ने बताया कि 2012 में कल्लूखेड़ी में पट्टा और सिंगाड़े की फसल के लिए 20 हजार रुपए तहसील में जमा करवाए थे। आज तक न रुपए मिले और न ही पट्टा दिया गया। इस राशि को हासिल करने के लिए कई बार जनसुनवाई के अलावा भोपाल के भी चक्कर लगा चुकी हूं। मंगलवार को भी महिला जनसुनवाई में पहुंची थी, और कलेक्टर को आवेदन देकर जल्द चुनाव करने की मांग की, लेकिन कलेक्टर ने वृद्घ महिला की नही सुनी और मीटिंग हॉल में मौजूद शहर एसडीएम अनिल भाना, तहसीलदार ऋषभ ठाकुर और महिला पुलिसकर्मियों ने उसे बाहर निकाल दिया। जिसके बाद महिला ने चिल्ला चोट करना शुरु कर दी और कहने गली की अगर यहां सुनवाई नहीं होती है तो जनसुनवाई बंद कर दो... सब पैसे लेकर काम करते हैं... सहित कई आरोप लगाते हुए वृद्ध महिला ने मंगलवार को जनसुनवाई के दौरान हंगामा कर दिया। इस दौरान जनसुनवाई में बैठे शहर एसडीएम अनिल भाना कक्ष से बाहर आए और महिला से बात करने लगे और महिला चुप नही हुई तो उसे धक्का मार दिया। जिससे महिला शहर तहसदीलदार ऋषभ  ठाकुर से जाकर टकरा गई। 

वृद्घ महिला ने बताया कि वह इंदिरा मत्स्योद्योग सहकारी संस्था मर्यादित मलवासा की सदस्य भी हूं। संस्था के चुनाव नहीं हो रहे हैं। संस्था के अध्यक्ष और अन्य पदाधिकारी आपस में बैठकर चुनाव संबंधित निर्णय ले लेते हैं। हमें वोटिंग का मौका भी नहीं मिल रहा है। 2024-25 के चुनाव नहीं हुए हैं।
 इन दोनों ही समस्या को लेकर एक माह पहले कलेक्टर को जनसुनवाई में आवेदन दिया था, उन्होंने एक माह बाद आने को कहा था। जब यहां पहुंची तो सुनवाई नहीं की गई। महिला को हॉल से बाहर निकालने के बाद एसडीएम भाना उसे अपने कक्ष में ले गए और समझाइश दी।
वही इस पूरे मामले में कलेक्टर राजेश बाथम से मीडिया ने बात करना चाही तो उन्होने मामले से पल्ला झाड़ते हुए कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।

*देखे वीडियो*

https://youtu.be/85tx7mvbxC4?si=G6LDSa4wqdhWQGlT

ये भी पढ़ें

https://coverstory24.in/breakingnews-latestnews-localnews-ratlam-patwari-rishwat-trep-lokayukt-record