माधोपुर पटवारी रफीक कुरैशी की कलेक्टर को शिकायत, निजी जमीन का नक्शा देने में कर रहा आनाकानी! पटवारी पर निजी जमीन के नक्शे में हेराफेरी के आरोप

रतलाम। जिले में लगातार पटवारियो पर रिश्वत के आरोप लग रहे हे और लोकायुक्त में उनकी गिरफ्तारी हो रही हैं। पूरे प्रदेश में रतलाम जिला पटवारियो पर हो रही कार्यवाही में अव्वल होता नजर आ रहा हैं। रिश्वत के बढ़ते मामले उनके निजी स्वार्थ को दर्शा रही है जिसके चलते कई बार लोकायुक्त ने इनको रिश्वत लेते ट्रैप किया है।
इसके बाद भी कई पटवारी अब भी नहीं मान रहे है और आम जनता के काम अटका रहे हैं जिसको लेकर वरिष्ठ अधिकारियों को भी इनकी शिकायत की गई है।
ताजा मामला जिले के ताल तहसील के ग्राम माधोपुर का है। यहां के ग्रामीण ने अधिकारियों को कई बार पटवारी की लिखित शिकायत की ओर बताया कि प्रार्थी की निजी भुमि के नक्शे मे माधोपुर पटवारी रफिक कुरैशी द्वारा हैराफैरी कर शासकिय रिकार्ड में छेडछाड की है है और एक अन्य व्यक्ति द्वारा उसपे कब्जा करवा दिया गया है और प्रार्थी की भुमि को अन्य के नाम से करने का प्रयास किया जा रहा है। प्रार्थी द्वारा अपनी निजी भुमि का नक्शा मांगने पर पटवारी द्वारा नक्शा नही देने व प्रार्थी को बार-बार धमकी दी जा रही है कि ज्यादा तेज मत चल वरना मैं तुम्है तुम्हारी जमीन का नक्शा नही दूंगा। और ज्यादा करोंगे तो तुम्हारी जमीन का खाता खराब कर दूंगा। इसकी शिकायत ग्रामीण ने कई बार ताल तहसील और sdm को भी शिकायत की लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही जिसके बाद ग्रामीण रूपसिंह पिता कालुसिंह ने रतलाम कलेक्टर को इसकी शिकायत की। और पटवारी को ताल तहसील से तत्काल हटाऐ जाने व इसके द्वारा किये गये विगत 16 वर्षों से माधोपुर में लिए गए कार्यों की जांच करवाए जाने ओर नक्शा, नकल निकलवाने की मांग की।
दरअसल पूरा मामला आलोट अनुविभाग के ताल तहसील के ग्राम माधोपुर का है जहां के रहने वाले ग्रामीण रूपसिंह पिता कालुसिंह गुर्जर और उसके बेटे तूफानसिंह ने कलेक्टर को शिकायत की हैं कि उसकी निजी जमीन माधोपुर में है। जिसका सर्वे क. 638/2 रकबा 0-025 आरी भुमि जोकि राजस्व कागजात में मेरे व मेरी बहन सुरजबाई पिता नागुसिह वगैरा आदी के नाम से दर्ज है। तथा उक्त भुमि हमारे परवाडे की भुमि है। जिस पर अन्य लोगो द्वारा अवैध कब्जा भी कर रखा है। तथा उक्त भुमि का नक्शा लेने के लिये मेरे भतीजे मनोहरसिह व तुफानसिह पटवारी के पास गये तो पटवारी ने उन्हे नक्शा देने से मना कर दिया ओर जब प्रार्थी ने पटवारी रफीक कुरैशी को फोन पर बोला की तुम मेरी जमीन का नक्शा दे दो तो पटवारी ने नक्शा देने से मना कर दिया ओर बोला की नक्शा नही है। ओर तुम से हो जो कर लेना में नक्शा नही देने वाला हूँ। ओर ज्यादा करोंगे। तो में तुम्हारी जमीन का दुसरा खाता खराब कर दूंगा।
शिकायत में प्रार्थी ने बताया कि पटवारी ने हमारे नक्शे में हैराफैरी की है। तथा पटवारी हमे नक्शा देने में आना कानी कर के हमे नक्शा नही दे रहा है। जिससे सिद्ध होता है कि उसने हमारी निजी जमीन को दुसरे के नाम से कर दी है। और नक्शे में हैराफेरी की है। जिसकि हमारे द्वारा शिकायत भी की परन्तु जिस पर कोई कार्यवाही नही की गई है तथा ऐसे पटवारी को ताल तहसील से तत्काल निलम्बीत किया जाकर हटाया जावे। और इसके द्वारा विगत 16 वर्षों से ग्राम माधोपुर में किये गये कार्यों की जांच करवाई जाकर दोषी पटवारी के विरूद्ध कानुनी कार्रवाही की जावे। शिकायतकर्ता ने बताया कि इस पटवारी ने हमारी निजी भुमि में दुसरे का मकान बनवा दिया और उसे कभी शासकिय भुमि बताता है। ओर कभी बोलता है की इसकि रजिस्ट्री तुम्हारी बहन ने करवा रखी जबकि हमारी बहन ने कोई जमीन ही नही बैची है।
यह कि प्रतिप्रार्थी पटवारी रफीक कुरेशी को ग्राम माधोपुर में 16 साल हो चुके है। ओर उसने हमारे गाव में कई फर्जीवाडा और घोटाले कर रखे है। कही भुमियो में हैराफेरी कर रखी है। ओर कई लोगो की रजिस्टी किसी नम्बर की करवाई ओर नामान्तरण दुसरे नम्बर का कर दिया। ऐसे कही मामले है ओर कही लोगो के हस्ताक्षर अंगुठा करवा कर पुरानी नामान्तरण पंजी व बटवारा पंजी पर आज भी पटवारी नामान्तरण व बटवारा कर रहा है। जिसकि भी जांच की जावे। पटवारी को इस गाव में आऐ 16 साल के करीब हो चुके हैं ओर तब से लेकर आज तक जितने भी इस पटवारी ने कार्य किये है उसकि जांच करवाई जावे। ताकि पता लगे कि पटवारी ने कितना घोटाला कर रखा है।
शिकायतकर्ता ने बताया कि मध्यप्रदेश के सबसे सफलतम मुख्यमंत्री से मेरा अनुराध है कि आप ऐसे पटवारीयो के विरूद्ध तत्काल संज्ञान लेकर ऐसे पटवारी को तत्काल निलंबित कर इनके द्वारा किये गये कार्यों की जांच करवाई जावे। ओर जो जमीने व नक्शे में हैराफैरी की गई हे उसे ठीक किया जाए। इस पटवारी की शिकायत पूर्व में भी की गई परन्तु जिस पर आज दिनांक तक कोई कार्यवाही नही की गई है। जिससे पटवारी के होसले ओर भी ज्यादा बुलंद हो रहे है।
वहीं इस संबंध में जब टॉप तहसीलदार कुलभूषण शर्मा को फोन लगाया गया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया, साथ ही पटवारी रफीक कुरैशी का कहना था कि मेरे पास फरियादी द्वारा आवेदन किया गया था लेकिन नियम अनुसार बटाकन का नक्शा नहीं निकलता हे और नहीं दिया जाता है, इसके साथ ही फरियादी को अतिक्रमण के बारे में मौके पर कई बार बुलाया लेकिन वह नहीं आया। जो आरोप लगाए जा रहे हैं वो बेबुनियाद है।